असमय बरसात से प्रभावित हुई माघ मेले की तैयारियां , भूमि समतलीकरण व मिटटी सूखाने का कार्य बाधित


प्रयागराज। असमय अचानक बीती शाम से बरसात शुरू हो जाने से माघ मेले की तैयारियां प्रभावित हो गयी है। बरसात का सबसे अधिक प्रभाव भूमि के समतलीकरण व गील मिट्टी को सूखाने पर पड़ा।सेक्टर 1से 3 तक मोटी परत में मिट्टी पड़ गयी है जिसके कारण भूमि को समतल करने में तो पहले से ही दिक्कते आ रही थी। अब बरसात हो जाने से यह समस्या और अधिक बढ़ गयी है। बरसात के कारण भूमि के समतलीकरण के अलावा विद्युत पोल गाड़ने व तार खींचने में असुविधा उत्पन्न हो गयी है। कमोवेश यही हाल रोड बनाने वाले लोनिवि का भी कार्य प्रभावित हो गया है। जिस गति से सड़कों आदि निर्माण किया जा  रहा था बरसात होने के कारण उसकी रफतार कम हो गयी। बरसात होने का प्रभाव मेला के अन्य कार्यो जैसे पान्टून पुलों के निर्माण आदि के काम कुछ प्रभावित हो गये है। बरसात होने से ठंड बढ़ गयी है जिससे श्रमिकों को पानी में जाकर ऐंकर आदि लगाने में असुविधा हो रही है। बरसात के कारण तम्बू कनात लगाने वाली फर्मो को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यदि इसी तरह से बरसात एक दो दिन और होती रही तो मेले की तैयारियां काफी पिछड़ सकती है। यदि बारिस बंद भी हो गयी तो कम से कम एक दिन तक तो काम बाधित रह ही सकता है। उसके बाद ही कार्य सुचारू ढग से चल सकता है। इन दिनों भूमि आवंटन का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। दण्डी स्वामियों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। 14 दिसम्बर को संगम लोअर मार्ग पर भूमि का आवंटन किया जायेगा। इसके अलावा बरसात के कारण आवगमन में भी असुविधा होने लगी है। वाहनों से मेला क्षेत्र में  जाना मुश्किल हो गया है। अभी सभी मार्गो पर चकर्ड प्लेटें नहीं बिछायी जा सकी हैं जिसके कारण मेले की तैयारियों में लगे विभागों के अधिकारियों को वाहनों के साथ  जाने में भारी असुविधाओ का सामना करना पड़ रहा है।