नाराज़ सन्यासियों को मानते हुए मेला प्रशासन के अफसर
प्रयागराज। दण्डी सन्यासियों की को आवंटित की जाने वाली भूमि की दशा देखकर दण्डी स्वामी नगर के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम जी महाराज नाराज हो गये और मेला छोड़ कर वाराणसी लौटने हेतु अपनी गाड़ी में बैठ गये। उनको वापस जाते देख मेला प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। श्री महाराज को वापस जाते देख संस्था लिपिक चण्डिका त्रिपाठी तत्काल उनकी गाड़ी के पास पहुॅच कर उनसे वापस न जाने हेतु अनुनय विनय करने लगे। स्वामी विमल देव आश्रम ने कहा कि मेले की भूमि को ठीक ढंग से समतल नहीं कराया गया है इसलिए जब तक भूमि ठीक नहीं करायी जाती तब तक वह भूमि का आवंटन नही करने देगे। श्री महाराज को नाराज होते संस्था लिपिक ने कहा कि महाराज जी नाराज न हों जो भी समस्या है उसका निराकण अभी हो जायेगा। इस समस्या की सूचना संस्था लिपिक ने मेले के अधिकारियों को दी जिससे उन्होंने तत्काल कई टैक्टरों को लगाकर भूमि को समतल करने व बालू गिराने के कार्य में लगे गये। यह कार्यवाही ंहोने के बाद किसी तरह स्वामी विमल देव आश्रम भूमि आवंटन कराने को तैयार हो गये।