प्रयागराज। हाड़ कंपा देने वाली ठंडक पड़ने से लोग ठिठुरने लगे है। इस कड़ाके की ठंड में उन लोगोां को सर्वाधिक परेशानी हो रही है जो खुले आसमान के नीचे या सड़कों के किनारे पन्नी या झुग्गी झोपड़ी लगाकर गुजर बसर कर रहे है। शहर मे रैन बसेरे जो बनाये गये हैं उनमे कोेई व्यवस्था न होने से बहुत से लोग उनमें रूकना पसंद नहीं करते। इसके अलावा नगर निगम की ओर से पूरे शहर के विभिन्न चैराहों पर अलाव जलवाये जाने चाहिए मगर किसी भी चैराहे पर अलावा जलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। अलाव न जलने से रिक्शा व आटो चालकों को भी भारी असुविधाओ का सामना करना पड़ रहा है। अलाव जलने पर वे सवारियों को उतारने के बाद जलते हुए अलाव के पास थोड़ी देर बैठकर आपना हाथ पांव सेंक लिया करते थे। मगर इन दिनों वे इस सविधा से वंचित हैं। इसके पूर्व जब भीषण ठंड पड़ती थी तो जिले के अलावा कुछ बाहरी लोग भी यहां आकर गरीबों को कम्बल आदि बाटते थे। इस बार ऐसी दरियादिली दिखाने वाले लोग भी नदारद हो गये हैं। नागरिकों ने नगर निगम प्रशासन से मांग की है कि शहर के विभिन्न चैराहों पर अविलम्ब अलाव जलवाया जाय ताकि गरीबों को इस ठंड से निजात मिल सके।
ठंड से ठिठुर रहे लोग नही जलाये जा रहे अलाव