प्रयागराज । सीएमओ (मुख्य चिकित्साधिकारी) कार्यालय में जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात पंकज कुमार पांडेय की शिकायत शासन तक भी पहुंची थी। उन पर आरोप था कि वह मेडिकल स्टोर के पंजीकरण के नाम पर रकम मांगते हैं। इसकी जांच भी चल रही है। इसी दौरान विजिलेंस की टीम ने रविवार को उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर भी पत्र लिखकर शिकायत की गई थी
सूत्रों की मानें तो पंकज सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई के खास माने जाते हैं। यही कारण है कि शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अक्टूबर में एक व्यक्ति ने मेडिकल स्टोर के पंजीकरण के लिए रुपये मांगने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर पत्र लिखकर शिकायत की थी कि पंकज पांडेय और एसीएमओ डॉ. तीरथलाल अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नर्सिंग होम के पंजीकरण के नाम पर रुपये मांग रहे हैं।
सीएमओ की 'कृपा' से पहुंचे थे सोरांव से मुख्यालय
पंकज कुमार सोरांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात थे। एक साल पहले सीएमओ की कृपा से पंकज सीएमओ कार्यालय में जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए। एसीएमओ डॉ. तीरथलाल के साथ पंकज पांडेय को मेडिकल स्टोर व नर्सिंग होम के पंजीकरण व नवीनीकरण का दायित्व सौंपा गया। यहां आते ही पंकज दिनों दिन सीएमओ के सबसे करीबी हो गए, जिसकी चर्चा भी विभाग में आम थी।
रिश्वत लेते पकड़े गए थे प्रतापपुर सीएचसी के अधीक्षक
सीएमओ ऑफिस में बिना रुपये के कोई काम नहीं होता है। हमेशा विवादों में रहने वाला यह विभाग यूं ही बदनाम नहीं है। पंकज पांडेय जैसे कुछ अन्य मामलों से भी विभाग की छवि धूमिल हो चुकी है। कुछ साल पहले प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तत्कालीन अधीक्षक डॉ. कुशवाहा तीन हजार रुपये के चक्कर में गिरफ्तार किए गए थे। आशा कार्यकर्ता के चयन में रुपये की मांग की थी। विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर 15 दिन के लिए जेल भेज दिया था।
घूसखोरी की एसपी से करिए शिकायत
अगर आप या आपका कोई करीबी सरकारी विभाग में घूसखोरी से परेशान है तो इस बारे में एसपी विजिलेंस शैलेश यादव से मिलकर शिकायत कर सकते हैैं। एसपी का कहना है कि अगर शिकायत कर्ता चाहेगा तो उसका नाम-पता गोपनीय रखा जाएगा।
बोले सीएमओ-विभाग का मुखिया हूं, सभी मेरे करीबी हैं
सीएमओ डॉ. गिरजा शंकर बाजपेई कहते हैं कि मुझे यह याद नहीं किसी ने पंकज पांडेय की शिकायत मुझसे की हो और मैंने संज्ञान में न लिया हो। रही बात मेरे करीबी की तो मैं विभाग का मुखिया हूं सभी मेरे करीबी हैं। पंकज कुमार पांडेय किस लिए गिरफ्तार हुए मुझे जानकारी नहीं है।